नासिक मेट्रो नियो रबर-टायर आधारित, एलिवेटेड मेट्रो-जैसी प्रणाली है जिसकी घोषणा केंद्रीय बजट 2021–22 में ₹2,092 करोड़ के प्रारंभिक आवंटन के साथ की गई थी। परियोजना को राज्य मंजूरी, डीपीआर और प्रारंभिक केंद्रीय बजट प्रावधान प्राप्त हुआ था। हालाँकि, 2022 के बाद…
नासिक मेट्रो नियो रबर-टायर आधारित, एलिवेटेड मेट्रो-जैसी प्रणाली है जिसकी घोषणा केंद्रीय बजट 2021–22 में ₹2,092 करोड़ के प्रारंभिक आवंटन के साथ की गई थी। परियोजना को राज्य मंजूरी, डीपीआर और प्रारंभिक केंद्रीय बजट प्रावधान प्राप्त हुआ था। हालाँकि, 2022 के बाद किसी भी निर्माण गतिविधि की जानकारी नहीं है। शहरी आवश्यकताओं, यात्रियों के अनुमान और कॉरिडोर डिज़ाइन में बदलाव के चलते मूल मेट्रो नियो योजना पुनर्मूल्यांकन के चरण में है। सार्वजनिक रिपोर्टों के अनुसार, अब MetroNeo/MetroLite/BRT का संयुक्त हाइब्रिड मॉडल विकल्प के रूप में विचाराधीन है।
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नासिक मेट्रो नियो परियोजना ने 2019 से 2021 के बीच कई प्रमुख मंजूरियाँ प्राप्त कीं, जिनमें राज्य सरकार की स्वीकृति, डीपीआर प्रस्तुतिकरण, डीपीआर अनुमोदन और केंद्रीय बजट में ₹2,092 करोड़ का आवंटन शामिल था। हालाँकि, 2022 के बाद से परियोजना में कोई निर्माण प्रगति दर्ज नहीं हुई है। बदलती शहरी परिस्थितियों, नए राइडरशिप अनुमानों और कॉरिडोर डिज़ाइन के पुनर्मूल्यांकन की आवश्यकता के कारण यह प्रणाली वर्तमान में पुनर्मूल्यांकन (re-assessment) चरण में है। हाल के सार्वजनिक रिपोर्टों के अनुसार, मूल योजना के स्थान पर MetroNeo/MetroLite/BRT जैसे संशोधित हाइब्रिड मॉडल की संभावना पर विचार किया जा रहा है।
| कार्यान्वयन एजेंसी | Urban Development |
| प्रकार | Transport Corridor |
| स्थिति | Active |
| वित्त पोषण सहायता | ₹2,092 Cr स्वीकृत (₹2,092 Cr घोषित) |
डेटा स्रोत नोट
सार्वजनिक सरकारी रिलीज़, आधिकारिक जीआर और सत्यापित मीडिया अभिलेखागार से संकलित डेटा।
14 November 2025 को Constituency360 डेटा टीम द्वारा अंतिम अपडेट।