सरकारी घोषणाएं, बजट आवंटन, और नीति घोषणाएं
2 दिसंबर 2025 को, नासिक महानगरपालिका (NMC) ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर अपने 'क्लीन गोदावरी म्युनिसिपल बॉन्ड' को सफलतापूर्वक सूचीबद्ध किया, जिसके जरिए ₹200 करोड़ (₹100 करोड़ बेस इश्यू + ₹100 करोड़ ग्रीन शू ऑप्शन) जुटाए गए। इस इश्यू को 3.95 गुना अधिक अभिदान (oversubscription) मिला, जो निवेशकों के मजबूत विश्वास को दर्शाता है। लिस्टिंग समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और NSE व NMC के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, इस राशि का उपयोग निम्नलिखित कार्यों के लिए किया जाएगा: राम झूला पैदल यात्री पुल का निर्माण। कालाराम मंदिर परिसर का उन्नयन। गोदावरी को प्रदूषण से बचाने के लिए अपशिष्ट जल और सीवर प्रबंधन। कुंभ मेला 2027 के लिए श्रद्धालुओं की सुविधाएं और रिवरफ्रंट सुधार। इसके अतिरिक्त, सफल बॉन्ड जारी करने के कारण NMC को आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय से ₹26 करोड़ की प्रोत्साहन राशि (इंसेंटिव) भी प्राप्त होगी।
महाराष्ट्र सरकार ने नासिक रिंग रोड परियोजना को मंजूरी देते हुए एक सरकारी प्रस्ताव (GR) जारी किया है, जिसके अंतर्गत ₹3659.47 करोड़ का भू-अधिग्रहण व्यय स्वीकृत किया गया है। यह परियोजना MSIDC के माध्यम से कार्यान्वित की जाएगी, जबकि ₹4262.64 करोड़ की सिविल लागत सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) की मंजूरी के इंतज़ार में है।
महाराष्ट्र सरकार ने नासिक–त्र्यंबकेश्वर कुंभ मेला 2026–27 की तैयारी के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण अधोसंरचना कार्यों हेतु कुल ₹1000 करोड़ को स्वीकृति दी है। प्रथम किश्त ₹283 करोड़ की 15 अक्टूबर 2025 को, तथा दूसरी किश्त ₹713 करोड़ की 5 दिसंबर 2025 को मंजूर की गई। यह निधि नदी पुनर्जीवन, सीवरेज एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन, भीड़ प्रवाह अवसंरचना, पादचारी पुल, सार्वजनिक सुविधाएँ तथा शहर की तैयारी से संबंधित विविध विभागीय कार्यों में उपयोग की जाएगी।
केंद्रीय बजट 2021-22 के हिस्से के रूप में, भारत सरकार ने आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के तहत नासिक मेट्रो नियो परियोजना के लिए ₹2,092 करोड़ का बजटीय प्रावधान घोषित किया। इस आवंटन का उद्देश्य नासिक के लिए एक आधुनिक, किफायती और टिकाऊ इलेक्ट्रिक ट्रांजिट मॉडल (परिवहन प्रणाली) पेश करना था।
महाराष्ट्र रेल अवसंरचना विकास निगम (MRIDC) ने अपनी 4 जून 2020 की आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में पुष्टि की कि रेल मंत्रालय ने पुणे–नासिक सेमी हाई-स्पीड रेलवे लाइन को मंजूरी प्रदान की है। यह दुनिया का पहला ब्रॉड-गेज सेमी हाई-स्पीड कॉरिडोर होगा, जो 200 किमी/घंटा की गति के लिए डिज़ाइन किया गया है, और भविष्य में 250 किमी/घंटा गति के लिए भी सक्षम रहेगा। यह परियोजना कुल 235 किमी लंबी है, जिसमें 24 स्टेशन, 18 सुरंगें, 19 वायडक्ट शामिल हैं, और पुणे, अहमदनगर व नासिक जिलों में लगभग 1,458 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी। परियोजना की अनुमानित लागत ₹16,039 करोड़ है। निर्माण कार्य वित्तीय स्वीकृति पूर्ण होने के बाद शुरू होने की अपेक्षा है, जिसका लक्ष्य 1200 दिनों में पूरा करने का है।